IPS Preeti Chandra राजस्थान पुलिस की सबसे काबिल महिला पुलिस अफसरों में से एक ,आईपीएस प्रीति चंद्रा की कहानी इसलिए बता रहे हैं कि हाल ही में आईपीएस प्रीती चंद्र जी को जयपुर आयुक्तालय में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त यातायात एवं प्रशासन की बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। 2008 बैच की आईपीएस अधिकारी रही प्रीती चंद्रा ने अभी तक अपने कार्यकाल में अलवर,बूंदी, जोधपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर और करौली सहित विभिन्न जिलों में एसपी एवं डिप्टी कमिश्नर ऑफ़ पुलिस सहित विभिन्न पदों पर रहते हुए अपनी खास कार्य शैली से अपराध को कम करने महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में खास पहचान बनाई है।
Table of Contents
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त यातायात प्रीति चंद्रा ने जयपुर व्यापार महासंघ के प्रतिनिधिमंडल कहा कि अव्यवस्थित यातायात व्यवस्था से निजात के लिए जल्द ही नगर निगम कमिश्नर और जेडीसी के साथ बैठक कर शहर में अतिक्रमण से निजात और यातायात व्यवस्था सुचारू की जाएगी। उन्होंने कहा कि शहर में मनमाने रूप से चलने वाले ई—रिक्शा को हर रूट पर सीमित और नम्बर अलॉट किया जाएगा। जिससे शहर की यातायात व्यवस्था सुचारू हो सके और लोगों का आवागमन सुगम व सरल हो।
IPS Preeti Chandra Lady Singham नाम सुनकर डकैत करने लगे थे सरेंडर–
जब प्रीति चंद्रा ने आईपीएस बनने के बाद एसपी के रूप में करौली में पोस्टिंग पाई, तो उन्होंने वहां के डकैतों के खिलाफ कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने एसपी के रूप में काम करते हुए डकैतों ऐसा डर दिखाया कि कुछ बड़े डकैत खुद ही सरेंडर कर गए। प्रीति चंद्रा ने अपनी टीम के साथ चंबल के जंगलों में जाकर बड़े डकैतों के साथ भी मुकाबला भी किया।
प्रीति चंद्रा ने चंबल के जंगलों में अभियानों के दौरान ₹10000 के इनामी डकैत हरिया गुर्जर ,राम लखन गैंग के श्रीनिवास तथा डकैतों को सूचना एवं शरण देने वाले श्री राम गुर्जर समेत 10 से ज्यादा डकैतों को गिरफ्तार किया था। इसी के चलते डकैत प्रीति चंद्रा के नाम से थर-थर कांपने लगे थे।
IPS Preeti Chandra Lady Singham ऐसे मिली थी लेडी सिंघम की उपाधि–
प्रीति चंद्रा ने राजस्थान के बूंदी जिले में एसपी के रूप में एक और शानदार कदम उठाया, उन्होंने नाबालिग बच्चियों को देह व्यापार से मुक्त करने के लिए कई पहल की । जहां उन्होंने कई गिरोहों का पर्दाफाश किया जो छोटी बच्चियों को देह व्यापार में शामिल करते थे। प्रीति ने उन सभी अपराधियों को सलाखों के पीछे ले जाने तक संघर्ष किया।उन्होंने बच्चियों को देह व्यापार से बचाने के लिए कड़ी कार्रवाई की। बूंदी जिले में गुंडागर्दी और अपराधियों के खिलाफ अपने साहसपूर्ण कदमों से प्रीति चंद्रा एक नायिका की भूमिका में स्थापित हो गई थीं। जिससे लोग उन्हें ‘लेडी सिंघम’ के नाम से जानने लगे।
उन्होंने नाबालिग बच्चियों को देह व्यापार से मुक्त करने के लिए कई पहल की, जिससे लोग उन्हें ‘लेडी सिंघम’ के नाम से जानने लगे। इसके परे, वह गुंडागर्दी और अपराधियों के खिलाफ अपने साहसपूर्ण कदमों से एक नायिका की भूमिका में स्थापित हो गई थीं।
IPS Preeti Chandra Lady Singham व्यक्तिगत जानकारी–
वास्तविक नाम | प्रीति चंद्रा |
उपनाम | प्रीति |
जन्म तिथि | 1979 |
उम्र | 44 वर्ष |
पिता | रामचंद्र सुंडा, इंडियन आर्मी के जवान रहे |
शैक्षिक योग्यता | स्नातक |
धर्म | हिन्दू |
जाति | जाट |
जन्म स्थान | कुंदन गाँव, सीकर जिला, राजस्थान |
पुरस्कार और मान्यता | प्रीति चंद्रा को राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त हुई थी जब उन्होंने एसपी के रूप में बूंदी में किशोर लड़कियों का प्रॉस्टीट्यूशन के लिए इस्तेमाल करने वाले गिरोह को पकड़ा। |
संबंध स्थिति | विवाहित (आईपीएस डॉ. विकास पाठक ) |
आईपीएस बनने का प्रेरणादायक सफर–
Preeti Chandra ने हाईस्कूल तक की पढ़ाई गांव के सरकारी स्कूल से पूरी की । फिर जयपुर के महारानी कॉलेज से एमए किया। इसके बाद एमफिल भी किया है। आईपीएस ऑफिसर बनने से पहले वह स्कूल में बच्चों को पढ़ाया करती थीं। इसके बाद पत्रकारिता के क्षेत्र में हाथ आजमाया। हालांकि वे कुछ बड़ा करना चाहती थीं। उनके अंदर आगे बढ़ने का जुनून था। मां के साथ परिवार ने भी उनका सपोर्ट किया। पत्रकार रहते हुए उन्होंने UPSC परीक्षा की तैयारी करना शुरू कर दिया। प्रीति ने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा क्लियर कर ली। इसके लिए उन्होंने सेल्फ पढ़ाई की । बिना किसी कोचिंग के प्रीति चंद्रा ने साल 2008 में UPSC पास कर आईपीएस ऑफिसर बन । उन्होंने 255वीं रैंक हासिल की थी।
आईपीएस ऑफिसर बनने के पीछे Preeti Chandra कि मां का बहुत बड़ा हाथ रहा–
मां से बड़ा योद्धा इस दुनिया में कोई भी नहीं- राजस्थान की साना देवी( प्रीति चंद्रा कि मां )पर बिलकुल फिट बैठता है। वो खुद कभी स्कूल नहीं गईं लेकिन अपने बच्चों को पढ़ने के लिए खूब प्रेरित किया।
Preeti Chandra बताती हैं कि उनकी मां खुद पढ़ी लिखी नहीं हैं। प्रीति के मुताबिक जब वह कॉलेज में पढ़ाई करने गईं तो रिश्तेदारों ने शादी करने के लिए दबाव डाला। रिश्ते भिजवाए, लेकिन मां ने उनको मना कर दिया। हमेशा पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित किया। आज उनकी वजह से ही इस मुकाम पर पहुंची हूं।
IPS Preeti Chandra Lady Singham रोचक है इनकी लव स्टोरी-
मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) में आईपीएस डॉ. विकास पाठक से उनकी मुलाकात हुई। ट्रेनिंग के दौरान प्रीति के पिता रामचंद्र सुंडा, मां और भाई चंद्रा से मिलने गए। तब प्रीति ने दोस्त के रूप में विकास पाठक से परिजनों को मिलाया था। दोनों की दोस्ती कब प्यार में बदल गई, पता ही नहीं चला। प्रीति चंद्रा राजस्थान के सीकर और विकास पाठक यूपी के रहने वाले हैं। मसूरी की ट्रेनिंग में दोनों को प्यार और हैदराबाद की ट्रेनिंग में सगाई हुई।
प्रशिक्षण के दौरान दोस्ती, प्यार में बदलने के बाद प्रीति और विकास ने साल 2010 में जयपुर में शादी कर ली। तब विकास को तमिलनाडु कैडर अलॉट हुआ था, जिसे उन्होंने प्रीति से शादी के चलते बदलवाकर राजस्थान करा लिया। अब ये आईपीएस पति-पत्नी डीआईजी भी बन गए।
आगाज पत्रिका के अन्य आर्टिकल–राजस्थान पुलिस राजस्थान को नहीं बनने देगी जामताड़ा
आगाज पत्रिका के अन्य आर्टिकल–Rajasthan police’s big action 8368 arrest in 2days
आगाज पत्रिका के अन्य आर्टिकल–Jaipur Police News: जयपुर पुलिस की सकारात्मक पहल -जयपुर पुलिस कमिश्नर कर रहे हैं थानों में जाकर जनसुनवाई
Q: प्रीति चंद्रा ने अभियान के दौरान किस प्रकार के डकैतों को गिरफ्तार किया?
चंबल के जंगलों में अभियान के दौरान, प्रीति चंद्रा ने ₹10000 के इनामी डकैत हरिया गुर्जर, राम लखन गैंग के श्रीनिवास तथा डकैतों को सूचना एवं शरण देने वाले श्री राम गुर्जर समेत 10 से ज्यादा डकैतों को गिरफ्तार किया।
Q:किस प्रकार मिली थी लेडी सिंघम की उपाधि?
उन्होंने नाबालिग बच्चियों को देह व्यापार से मुक्त करने के लिए कई पहल की, जिससे लोग उन्हें ‘लेडी सिंघम’ के नाम से जानने लगे। इसके परे, वह गुंडागर्दी और अपराधियों के खिलाफ अपने साहसपूर्ण कदमों से एक नायिका की भूमिका में स्थापित हो गई थीं।