Rajasthan polic newsoperation cyber vajra prahar 1.0 -राजस्थान पुलिस ने वित्तीय अपराधों में संलिप्त साइबर अपराधियों के खिलाफ 26 जनवरी2024, शुक्रवार को ऑपरेशन साइबर वज्र प्रहार1.0 की शुरुआत की है।साइबर क्राइम के गढ़ जामताड़ा के बाद दूसरे नंबर पर प्रदेश के मेवात क्षेत्र में साइबर क्राइम की बढ़ती संख्या को लेकर राजस्थान पुलिस ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह ऑपरेशन प्रदेश के सभी जिलों में संदिग्ध साइबर अपराधियों को ढूँढने और वित्तीय धोखाधड़ी में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ मामले दर्ज करने के उद्देश्य से चलाया गया है।
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Rajasthan polic news operation cyber vajra prahar 1.0 अवलोकन:–
डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा, डीजीपी साइबर क्राइम एससीआरबी और तकनीकी सेवाओं के मार्गदर्शन में संपूर्ण राजस्थान में, राजस्थान पुलिस ऑपरेशन साइबर वज्र प्रहार1.0 को कार्यान्वित कर रही है। इस ऑपरेशन में प्रदेश भर में एक व्यापक दो-दिवसीय अभियान का आयोजन किया जा रहा है ।श्री मेहरड़ा ने साइबर अपराधियों के प्रमुख कार्यप्रणालियों का जिक्र किया जिनमें टेलीग्राम जॉब धोखाधड़ी, फर्जी एस्कॉर्ट सेवा, सेक्सटॉर्शन, विज्ञापन में नकली छूट, क्रिप्टोकरेंसी आधारित मनी ट्रेडिंग आदि के द्वारा आमजन के साथ साइबर फ्रॉड किया जा रहा है। पुलिस का लक्ष्य सभी के लिए एक सुरक्षित साइबर वातावरण बनाना है।इसलिए इस अभियान को शुरू किया गया है ताकि वित्तीय धोखाधड़ी में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा सके और साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर आमजन में सुरक्षित वातावरण बनाया जा सके ।
Rajasthan polic news operation cyber vajra prahar 1.0 -अभियान के दौरान की गई कार्रवाई
कार्रवाई | विवरण |
---|---|
कुल गिरफ्तारी की गई साइबर अपराधियों की संख्या | 240 |
साइबर ठगों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई | राजस्थान पुलिस ने साइबर ठगों के खिलाफ कार्रवाई की। |
अभियान की अवधि | दो दिन |
कुल संदिग्ध डिवाइस जब्त किए गए | 475 |
एफआईआर दर्ज किए गए | 28 |
कुल गिरफ्तारी | 240 |
ज़ब्त किए गए वस्त्र और सामग्री | |
मोबाइल फोन | 152 |
एटीएम कार्ड | 104 |
सिम कार्ड | 89 |
चेकबुक | 10 |
बैंक पासबुक | 40 |
मोटरसाइकिल | 01 |
लैपटॉप | 06 |
वाहन | 01 |
ज़ब्त की गई नकद राशि | 4.85 लाख रुपये |
Rajasthan polic news operation cyber vajra prahar 1.0 के तहत जिलों में की गई प्रमुख करवाई
- जयपुर में 13 युवतियों सहित 25 ठगों की गिरफ्तारी ऑनलाइन ठगी के मामले में।
- जोधपुर में फर्जी कॉल सेंटर में शामिल लोगों के भंडाफोड़ में 9 लोगों की गिरफ्तारी, जिनमें 8 महिलाएं भी शामिल हैं।
- उदयपुर-इंगरपुर में फर्जी एस्कॉर्ट के अवैध धंधे में आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
- अजमेर और जोधपुर में फर्जी कॉल सेंटर में शामिल लोगों के भंडाफोड़ का मामला सामने आया है।
- अलवर में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु से संबंध रखने वाले साइबर ठगों पर पांच मामले दर्ज किए गए हैं।
- डीग में छापेमारी कर उत्तर प्रदेश से संबंधित 29 साइबर ठगों की गिरफ्तारी हुई।
- दौसा में तीन मामलों में 24 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया।
Rajasthan polic news operation cyber vajra prahar 1.0 – के दौरान राजधानी जयपुर में बड़ी कार्रवाई
राजधानी के मुहाना और सोडाला इलाको में कम्प्यूटर सेंटर की आड़ में. कॉल सेंटर खोल कर ग्लोबल सॉल्यूशन के नाम से ऑनलाइन ठगी करने वाले साइबर गिरोह का खुलासा कर पुलिस ने पच्चीस युवक-युवतियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में इन लोगों ने देश में लाखों लोगों से ग्लोबल सॉल्यूशन के नाम से ऑनलाइन ठगी करने की बात स्वीकार की है। फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
Rajasthan polic news operation cyber vajra prahar 1.0 – अभियान की रूपरेखा कैसे तैयार की गई
समन्वय और कार्रवाई: डीजीपी श्री यू आर साहू के निर्देशानुसार, सुधीर चौधरी, साइबर क्राइम एसपी के निर्देशन में, नई दिल्ली से प्राप्त डेटा का विश्लेषण किया गया और उसके बाद दो महीने के योजनात्मक निर्धारण के लिए एक विशेष कार्रवाई योजना तैयार की गई।साइबर क्राइम शाखा, इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (रेंजेस) और जिला पुलिस के बीच समन्वय की गई ताकि ऑपरेशन को सफल बनाया जा सके।राजस्थान पुलिस हेडक्वार्टर्स ने सभी रेंज आईजी और एसपी को संदिग्ध साइबर अपराधियों के लगभग 10,000 मोबाइल नंबर प्रदान किए। जिला स्तर पर टीमें गठित की गईं थीं ताकि इन नंबरों को निरंतर ट्रैक किया जा सके और गिरफ्तारियों की पहचान की जा सके, जो कि राज्य के अंदर और बाहर दोनों में हुई।
साइबर ठगी हो जाए तो क्या करें
- 1930 नंबर पर कॉल करें
- साइबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in पर कंप्लेंट करें
- नजदीकी पुलिस स्टेशन में भी शिकायत दर्ज कराएं
साइबर ठगी रोकने के उपाय
- अलग-अलग पासवर्ड और उपयोगकर्ता नाम संयोजन बनाएं और लिखें।
- आसान पासवर्ड और संयोजनों से बचें।
- सोशल मीडिया को निजी रखें और ऑनलाइन जानकारी का ध्यान रखें।
- अपने संग्रहण डेटा को एन्क्रिप्ट करें और सुरक्षित रखें।
- पासवर्ड बदलें और ऑनलाइन अपनी पहचान की सुरक्षा को बढ़ाएं।
- कंप्यूटर को सुरक्षा सॉफ़्टवेयर से सुरक्षित रखें।
निष्कर्ष: ऑपरेशन साइबर स्ट्राइक 1.0 राजस्थान पुलिस के साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। रणनीतिक योजनानुसार, सहयोगी प्रयासों और निरंतर सतर्कता के साथ, पुलिस का लक्ष्य सभी के लिए एक सुरक्षित साइबर वातावरण बनाना है।
यह भी देखें—
What is the most common cyber fraud?
Phishing remains the most common form of cyber crime
What causes cyber fraud?
often, cyber attacks happen because criminals want your: business’ financial details. customers’ financial details (eg credit card data) sensitive personal data.
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